विसर्ग संधि नियम – 1 (Rule – 1)
विसर्ग के पश्चात् मृदु व्यञ्जन या ‘अ’ कार आने पर विसर्ग को ‘ओ’ बना देता है |
अश्व: + गच्छति = अश्वोगच्छति
मन: + बल = मनोबल
विसर्ग संधि नियम – 2 ( Rule – 2)
विसर्ग के पश्चात् ‘ई’ अथवा ‘उ’ स्वर या मृदु व्यञ्जन आने पर विसर्ग को ‘र’ (रेफ़्) बना देता है |
भानु: + अस्ति = भानुरस्ति
गुरु: + पुनाति = गुरु: पुनाति (Note ‘पु’ is not Soft Consonant here.)
विसर्ग संधि नियम – 3 ( Rule – 3)
विसर्ग के पश्चात् ‘य’ अथवा ‘छ’ आने पर विसर्ग को श् बना देता है |
राम: + चलति = रामश्चलति
जन: + छेदयति = जनश्छेदयति
विसर्ग संधि नियम – 4 (Rule – 4)
विसर्ग के पश्चात् ‘त’ अथवा ‘थ’ आने पर विसर्ग को ‘स्’ बना देता है |
राम: + तिष्ठति = रामस्तिष्ठति
जन: + थूर्वति = जनस्थूर्वति
(तूर्वि = superior)
विसर्ग संधि नियम – 5 ( Rule – 5)
विसर्ग के पश्चात् ‘ट’ अथवा ‘य’ आने पर विसर्ग को ‘ष्’ बना देता है |
राम: + टिकते = रामष्टिकते
(टीका = Note)
विसर्ग संधि नियम – 6 ( Rule – 6)
विसर्ग के पश्चात् ‘स’ अथवा ‘श’ अथवा ‘ष’ आने पर
विसर्ग को वही रहने देता है |
राम: + शास्ति = रामश्शास्ति / राम: शास्ति
जन: + ष्ठिवति = जनष्ठिवति / जन: ष्ठिवति
राम: + सदा = रामस्सदा / राम: सदा
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